Monday 6 May 2013

माँ तुम्हारी याद आती है!


कोई औरत जब थपकी से,
 अपने बच्चे को सुलाती है!
 खुद तो धूप सहती है,
 बच्चे को आँचल ओढ़ाती है!
 तो यह देख कर, 
माँ तुम्हारी याद आती है!
 
जब परीक्षा के दिन चिंटू घबराता है, 
किताब खोल के बस के पीछे भागता है!
 माँ भाग कर उसे दही चीनी खिलाती है,
 माँ तुम्हरी याद आती है !!
 
 कॉलेज के दिनों में मस्ती करके घर देर से आना,
 फिर कोई पुराना सा बहाना बनाना,
 पिता से लड़ के, हर जिद चिंटू की पूरी कराती है,
 अपने बचे चुराए पैसे बेटे को दे देती है!
 हर गलती को माफ़ कर वो मुस्कुराती है
 तो ऐसे में माँ तुम्हारी याद आती है
 
मुझे आग दे देना और तस्वीर ईमेल कर देना!!
 इन अंतिम शब्दों से, जब दुनिया से जाती है,
 हर पल माँ बस तुम्हारी याद आती है!!
 ये जान जाती है! जहां रहो खुश रहो कहती जाती है, 
यह सोच आंखें नम, मां तुम्हरी याद आती है!



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